हर दिल की धड़कन कुछ कहती है हर पल धड़कती है क्या खूब बनाया इस दिल को। हर दिल की धड़कन कुछ कहती है हर पल धड़कती है क्या खूब बनाया इस दिल को।
पूजा अब भी करती हूँ सिर्फ पुनः तेरे सानिध्य के लिए। पूजा अब भी करती हूँ सिर्फ पुनः तेरे सानिध्य के लिए।
बात उसकी है जो नहीं है, मेरी ! बात उसकी है जो नहीं है, मेरी !
वो था कान्हा देवकी का इसलिए यशोदा का घर छोड़ा था। वो था कान्हा देवकी का इसलिए यशोदा का घर छोड़ा था।
उँगलियों के इशारों पर हाथों ने सुतली चुनना छोड़ दी। उँगलियों के इशारों पर हाथों ने सुतली चुनना छोड़ दी।
गिर कर सँभलना सिखा दिया है पहले से ज्यादा। गिर कर सँभलना सिखा दिया है पहले से ज्यादा।